मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया
मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया मैं जो सौदा घाटे का कर आया हूँ बाज़ार से इनामों दस्तावेजों के पीछे भागती यह दुनिया इमानों, कलामों का सौदा कर रहा हूं.
कहानियाँ बेचने वालों से दो दरजन साफ पकी हुई सुर्खियां मांगकर चिल्लाने वालों की टोली से आवाज़ कैद कर कबूतरों पतंगों की भूली गलियों से तैरता हुआ खिड़कियों मे अपनी शक्ल देख – खुश बच्चा सा लग रहा था मैं
मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया मैं जो सौदा घाटे का कर आया हूँ बाज़ार से
कॉलेज के किताबों, सवालों, रिवाजों से नाराज़ पढ़ाने वालों के पकाओ पकवानों से नाराज़ लिख न पाने वाले गालिबों के घरवालों से नाराज़ बस की लंबी लाइनों मे धक्के खाता – जिद्दी बच्चा सा लग रहा था मैं
मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया मैं जो सौदा घाटे का कर आया हूँ बाज़ार से
इश्क़ ओ मोहब्बत की चमकीली चर्चाओं मे रंज ओ ग़म के सुरीले महफ़िलों मे भीड़ मे अकेलेपन और एकांत मे दोस्ती ढूंदता शब्दों का गलत इस्तेमाल करता हुआ रंगे हाथों पकड़ा गया हूँ मैं
मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया मैं जो सौदा घाटे का कर आया हूँ बाज़ार से
कुछ भद्दे कपड़े, एक झोले, और बड़े चश्मों से कुछ एहसान फरामोश नज़मों के पन्नों से कुछ महबूबों के कब्जों से बचके अपनी तस्वीर लिए खुद को ढूंदता हुआ दुनिया से टकरा गया हूँ
मुझे देखकर हसने वाली है दुनिया मैं जो सौदा घाटे का कर आया हूँ बाज़ार से